जमीन विवाद की शिकायत कहां करें?

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हमारे बीच बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो जमीन संबंधित कई प्रकार के विवादों से गिरे हुए है। जमीनी विवाद उत्पन्न होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि लोग बिना किसी सटीक जानकारी के जमीन खरीद लेते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर लोगों को जमीन से संबंधित कई प्रकार के विवादों का सामना करना पड़ता है। आए दिन जमीनी विवाद से संबंधित कई सारे मामले निकलकर सामने आते है।

और कई बार तो यह कहां विवाद बहुत अधिक बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। हमारे बीच बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें जमीन के विवादों से निपटारा शिकायत दर्ज कैसे करें? और जमीन के विवाद के निवारण हेतु सरकार के द्वारा बनाए गए कानून के संबंध में जानकारी नहीं है जिसकी वजह से वह जमीनी विवाद में फंसे रह जाते है और इसकी वजह से आम लोगों को जमीन के विवाद के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ता है। 

अगर आपकी जमीन पर भी किसी तरह का विवाद चल रहा है तो आप जमीनी विवाद से संबंधित शिकायत को दर्ज कर सकते है किंतु अधिकतर लोगों को Jameen Vivad Ki Shikayat Kaha Kare? के संबंध में कोई जानकारी नहीं है इसलिए इस आर्टिकल में आज हम जमीन विवाद की शिकायत कहां करें? या जमीनी विवाद से संबंधित कहा पर शिकायत करे? इसके संबंध में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे इसलिए आप सभी को ध्यान पूर्वक हमारे इस आर्टिकल को पूरा अंतिम तक पढ़ना होगा.

जमीनी विवाद की शिकायत कहाँ करे?

जमीनी संबंधित विवाद के समाधान हेतु भारतीय कानून में आम नागरिकों को कई जगहों पर अपनी शिकायत दर्ज करने का अधिकार प्रदान किया गया है लेकिन जमीन से संबंधित विवाद के शिकायत दर्ज कहां की जा सकती है यह इस बात पर निर्भर करता है कि विवाद छोटा है अथवा बड़ा। 

यदि आपकी जमीन का विवाद छोटा है तो आप नजदीकी पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं और यदि विवाद बड़ा है तो आप अपनी समस्या के समाधान हेतु सिविल कोर्ट के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कर सकते है। कोई भी व्यक्ति जमीन विवाद की शिकायत निम्नलिखित स्थानों पर कर सकता है, जैसे कि- 

  • नजदीकी पुलिस थाने 
  •  तहसीलदार या राजस्व कार्यालय
  • जमीन संबंधित विभाग 
  • सिविल कोर्ट आदि।

हमारे द्वारा आगे इस आर्टिकल में इन सभी स्थानों पर जमीन संबंधित शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया के संबंध में निम्नलिखित प्रकार से नीचे जानकारी प्रदान की गई है जिन्हें अपना कर आप आसानी से जमीन संबंधित विवाद के समाधान हेतु अपनी शिकायत दर्ज कर सकते है।

जमीन विवाद की शिकायत में कौन से कानून लागू होते है?

भारत देश के संविधान के अंतर्गत जमीनी विवाद के शिकायत के लिए अलग-अलग तरह के कानून लागू किए जाते हैं, अगर आप भी जानना चाहते हैं कि जमीनी विवाद की शिकायत में कौन-कौन से कानून लागू होते हैं तो इसका विवरण निम्नलिखित प्रकार से सूचीबद्ध रूप में नीचे प्रदान किया गया है, जैसे कि- 

  • भूमि अधिनियम 1960
  • सिविल प्रक्रिया संहिता 1908
  • भूमि सुधार अधिनियम 1953
  • राजस्व संहिता1965

जमीनी विवाद की शिकायत करते समय ध्यान रखने योग्य बातें 

जमीनी विवाद की शिकायत करते समय आपको निम्नलिखित बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा, जो निम्नलिखित प्रकार से सूचीबद्ध रूप में नीचे प्रदान की गई है- 

  • जमीनी विवाद की शिकायत करते समय आपको आवेदन पत्र में विभाग से संबंधित सभी जानकारी स्पष्ट रूप से लिखनी होगी। 
  • आवेदन पत्र में लिखी गई सभी जानकारी सही तरीके से लिखी होनी चाहिए और शिकायत पत्रमें अधिक काट छाट करने से बचें।
  • शिकायत पत्र जमा करने के पश्चात सही समय सीमा का पालन करें। 
  • जमीनी विवाद की शिकायत करने के पश्चात जिस व्यक्ति से विवाद हुआ है उसे व्यक्ति के पास शिकायत पत्र की फोटोकॉपी अवश्य भेजें। 
  • कोर्ट के द्वारा निर्धारित की स्थिति पर सुनवाई के लिए आवश्यक पेश हो।

जमीनी विवाद की शिकायत पुलिस थाने में कैसे करे?

यदि किसी व्यक्ति की के सामने उसकी जमीन से संबंधित कोई छोटा विवाद सामने आता है तो वह इसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने में दर्ज कर सकता है। अपने नजदीकी पुलिस थाने में जमीनी विवाद की शायद दर्ज करने के लिए आपको लिखित रूप में आवेदन पत्र देना होगा। जिसमें आपको आपके और विवादित पक्ष के व्यक्ति का नाम और स्थाई पता स्पष्ट रूप से शामिल करना होगा इसके अलावा आपको आवेदन फार्म में विवाद की तारीख, समय और स्थान की जानकारी भी दर्ज करनी होगी। 

साथ ही साथ यदि आपके पास जमीन विवाद से संबंधित कोई पुख्ता सबूत है तो आप उसके संबंध में भी लिखित रूप से जानकारी प्रदान कर सकते हैं। आवेदन पत्र में निम्नलिखित जानकारी दर्ज करने के पश्चात आपको अपने शिकायत पत्र को थाना प्रभावित के पास जमा कर देना है जिसके बाद थाना प्रभावी के द्वारा आपकी शिकायत पत्र की जांच की जाएगी और आपकी जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

तहसीलदार या राजस्व अधिकारी के पास शिकायत कैसे करें?

जमीनी संबंधित छोटे विवादों के समाधान हेतु कोई भी पीड़ित व्यक्ति अपने तहसीलदार या स्वराज विभाग के अधिकारी के पास में शिकायत दर्ज कर सकता है। तहसीलदार या स्वराज विभाग के लिए जमीनी संबंधित विवाद की शिकायत दर्ज करने के लिए आपको एक शिकायत पत्र लिखना होगा। इस शिकायत पत्र में आपको अपना और विवादित पक्ष के व्यक्ति से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी और जमीनी विवाद से संबंधित पूरा विवरण लिखना होगा। 

और फिर आपको अपने शिकायत पत्र को तहसीलदार या स्वराज विभाग के अधिकारी के कार्यालय में जाकर जमा करना होगा। शिकायत पत्र जमा होने के पश्चात संबंधित अधिकारी के द्वारा आपके आवेदन पत्र की जांच की जाएगी और फिर आपकी जमीनी संबंधित विवाद को सुलझाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सिविल कोर्ट में जमीन विवाद की शिकायत कैसे करें?

यदि किसी व्यक्ति का जमीनी विवाद बहुत बड़ा है तो वह अपने जमीनी विवाद के समाधान हेतु सिविल कोर्ट में इससे संबंधित शिकायत कर सकता है। सिविल कोर्ट में जमीन विवाद से संबंधित शिकायत करने के लिए आप नीचे बताए निम्नलिखित स्टेप्स को अपना सकते है, जो कुछ इस प्रकार से है- 

  • सिविल कोर्ट में जमीन विवाद की शिकायत करने के लिए आवेदक को सबसे पहले एक आवेदन पत्र लिखना होगा। 
  • इस आवेदन पत्र में शिकायत करने वाले व्यक्ति का पूरा नाम और एड्रेस आदि का विवरण दिया होना चाहिए। 
  • इसके अलावा जिस जमीन यह प्रॉपर्टी पर विवाद हुआ है उसका पूरा बुरा भी शिकायत पत्र में लिखना होगा। 
  • अब जिस व्यक्ति से विवाद हुआ है, उस व्यक्ति का नाम, एड्रेस और विवाद होने की तारीख, समय और स्थान आदि का विवरण दर्ज करना होगा।
  • ध्यान रहे आपको जमीन पर विवाद किस कारण हुआ है इसका कारण भी स्पष्ट रूप से आवेदन पत्र में लिखना होगा। 
  • इतना करने के प्रसाद आप व्यक्तिगत रूप से सिविल कोर्ट में जाकर अपने आवेदन पत्र को जमा कर सकते है।
  • शिकायत पत्र जमा करने के पश्चात सिविल कोर्ट के द्वारा उसे जमीन या प्रॉपर्टी की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और जमीनी विवाद के समाधान हेतु प्रशासन को निर्देश दिया जाएगा। 
  • इसके पश्चात आपकी जमीनी विवाद को सुलझाने की कार्यवाही शुरू होगी जिसमें आपको अपनी जमीन का मालिकाना हक दिलाने और विवादित पक्षी के व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Jameen Vivad Ki Shikayat Kaha Kare Related FAQs 

जमीनी संबंधित विवाद होने पर क्या करें? 

जमीनी संबंधित किसी भी प्रकार के विवाद होने पर आप तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने में जाकर पुलिस अधीक्षक के पास लिखित रूप में शिकायत दर्ज करें ताकि पुलिस कानूनी कार्रवाई करके भूमि विवाद को रोकने के लिए सही कदम उठा सके।

जमीन विवाद की शिकायत कहां करें? 

जमीन विवाद की शिकायत आप अपने नजदीकी पुलिस थाने, तहसीलदार या फिर सिविल कोर्ट में कर सकते है अगर आप चाहे तो भूमि विवाद निवारण अधिनियम के तहत विवाद करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा भी कर सकते हैं।

जमीन विवाद की शिकायत में कौन से कानून लागू होते है?

जमीनी विवाद की शिकायत में निम्नलिखित कानून लागू होते है, जैसे कि- भूमि अधिनियम 1960, सिविल प्रक्रिया संहिता 1908, भूमि सुधार अधिनियम 1953, राजस्व संहिता 1965 आदि।

सिविल कोर्ट में जमीनी विवाद की शिकायत कैसे करें? 

सिविल कोर्ट में जमीनी विवाद की शिकायत करने के लिए आपको एक आवेदन पत्र लिखना होगा जिसमें विभाग से संबंधित सभी जानकारी और जिस व्यक्ति के कारण विवाद हुआ है उसका पूरा विवरण स्पष्ट रूप से लिखकर जमा करना होगा। 

निष्कर्ष 

जब कोई व्यक्ति जमीनी संबंधित विवाद में फंस जाता है तो उसे काफी परेशानी झेलना पड़ती है और कई बार तो लोगों को व्यक्तिगत रूप में लड़ाई झगड़ा में भी पढ़ना पड़ता है जिससे लोगों के पैसे और जान दोनों का खतरा बना रहता है हालांकि भूमि विवाद के समाधान हेतु भारत सरकार के द्वारा कई नियम बनाए गए है ताकि जमीन से संबंधित विवादों का निपटारा बिना किसी परेशानी के किया जा सके।

आज हमारे द्वारा इस आर्टिकल में जमीन विवाद की शिकायत कहां करें? और सिविल कोर्ट में जमीनी विवाद की शिकायत करने की पूरी प्रक्रिया के संबंध में बताया गया है। अगर आपको जमीन विवाद की शिकायत कहां करें? के संबंध में पहले जानकारी नहीं थी तो यह आर्टिकल आपके लिए वास्तव में काफी उपयोगी रहा होगा। अगर आपको हमारे द्वारा इस आर्टिकल में बताएगी सभी जानकारी पसंद आई हो तो कृपया करके इसे अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें।

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